2019 मेरे लिए मिक्स परिणाम वाला रहा कुछ खास रहा, कुछ दुखद रहा. कई बार परेशानियों ने घेरा, तो कई बार जिन्दगी ने भरपूर जीने का मौका भी दिया. साल के शुरू से ही यात्राओं का सिलसिला चल पड़ा और गर्मियों की छुट्टियों में नैनीताल की पारिवारिक यात्रा बेहतरीन रही और उसके बाद ही कार्यस्थल पर एक दुर्घटना होने की वजह से हाथ टूट गया और महीनों प्लास्टर के साथ पड़ा रहा. पर यह समय भी कुछ बेहतर ही देकर गया और अपना पुराना ब्लॉग नए रूप में www.YayavarEkTraveler.com इसी संकट की घडी में शुरू हुआ.
कुछ यात्रायें बस मुंगेरीलाल के हसीन सपने बनकर रह गए, जिसमें केदारनाथ और बद्रीनाथ यात्रा, वाराणसी, फूलों की घाटी, नागालैंड का होर्नबिल फेस्टिवल और पुरी प्रमुख थे. पुरी और वाराणसी दो ऐसे प्लान हैं, जो शायद बनते ही ना पुरे होने के लिए हैं. ये दोनों ही सालों से बस सपने हैं, पर एक बचपन का सपना खासी हिल्स पूरा हुआ. एक वर्ष घनघोर बरसात में मेघालय यात्रा पर निकला और अविस्मर्णीय रहा. साल के बिल्कुल अंत में नए कैमरे का तोहफा मिला, जो साल के अंत को खुशनुमा बना गया.
2019 कई सुखद और दुखद अनुभूतियों के साथ विदा हो चुका है. नव वर्ष में कई सपने हैं जिसे मूर्त रूप लेते देखना अपने आप में एक चमत्कार होगा. नव वर्ष का आगाज नई उमंगें, नई स्फूर्ति और नई आशाओं के साथ हमारे आपके जीवन में नया सवेरा लेकर आये.
इसी शुभकामनाओं के साथ.
नव वर्ष मंगलमय हो !
2019 में की गई यात्रायें
यात्रा तिथि | यात्रा स्थल | |
1st जनवरी
(डे विजिट) पारिवारिक यात्रा अध्यात्मिक यात्रा | बिहार योग विद्यालय, मुंगेर, बिहार ट्रेन ट्रिप ट्रेन से तय दूरी – 108 किमी शेयर्ड टैक्सी से तय दूरी – 36 किमी | हर 1st जनवरी को नव
वर्ष की शुरुआत गुरुआश्रम में अध्यात्मिक और यौगिक अन्तःयात्रा से ही होती रही.
यह कड़ी यहीं थम जाएगी अगले वर्ष से. (अब इसकी जगह अगले वर्ष क्या होगा कहना मुश्किल है) |
25 जनवरी – 27
जनवरी पारिवारिक यात्रा/ग्रुप धार्मिक यात्रा | तारापीठ, रामपुरहाट, पश्चिम बंगाल ट्रेन ट्रिप ट्रेन से तय दूरी – 414 किमी शेयर्ड टैक्सी से तय दूरी – 22 किमी | 12 लोगों की पारिवारिक यात्रा का कारण विशेष था. पर तारापीठ मंदिर में जो कुछ हुआ और सभी लोग मंदिर के बाहर से ही बिना दर्शन के वापस हो लिये. इस वजह से यह यात्रा अब तक की मेरी सभी यात्राओं में सबसे बुरे अनुभव वाला यात्रा सिद्ध हुआ. यहाँ फैली अराजकता की वजह से इस शक्तिपीठ की यात्रा, किसी को करने की सलाह कभी नहीं देता. |
22 फरवरी – 25
फरवरी पारिवारिक यात्रा अध्यात्मिक यात्रा | गया – बोधगया – राजगीर, बिहार ट्रेन/बस ट्रिप ट्रेन से तय दूरी – 456 किमी बस/शेयर्ड टैक्सी से तय दूरी – 220 किमी टमटम/तांगे से तय दुरी – 4 किमी | अवसर फिर से विशेष था और यह एक बेहतरीन पारिवारिक
यात्रा रही. बोधगया की यात्रा सातवीं कक्षा में स्कूल ट्रिप रूप में की थी. यह
स्कूल ट्रिप मेरी जिन्दगी की पहली घुमक्कड़ी थी, मतलब घुमक्कड़ी का ज्ञान बोधि
वृक्ष के नीचे ही मिला था. |
3 मार्च – 5
मार्च पारिवारिक यात्रा/ग्रुप अध्यात्मिक यात्रा | प्रयागराज कुम्भ स्नान, उत्तर प्रदेश ट्रेन ट्रिप ट्रेन से तय दूरी –1336 किमी शेयर्ड टैक्सी से तय दूरी – 20 किमी | योगीजी के अभूतपूर्व तैयारियों को देखते हुए अपने को रोक न पाया और निकल पड़ा 18 लोगों की ससुराल की टीम के साथ कुम्भ स्नान के लिए. कुम्भ लोगों के बिछड़ने का जहाँ रिकॉर्ड बनाता रहा सदियों तक, वही योगीजी ने वो जादू किया कि मेरे दों नन्हें कुमार भी भव्य और दिव्य कुम्भ में संगम की डुबकी लगा आए. |
16 मई – 24
मई पारिवारिक यात्रा/ग्रुप हिल स्टेशन | नैनीताल – भीमताल – मुक्तेश्वर, उत्तराखंड ट्रेन/टैक्सी ट्रिप ट्रेन से तय दूरी – 2400 किमी टैक्सी से तय दूरी – 370 किमी | बच्चों के स्कूल की छुट्टियाँ हो. गर्मी चरम पर हो तो फिर कुछ ठंडा-ठंडा कूल–कूल ही नजर आता है. तालों के शहर नैनीताल यात्रा वृतांत का आनंद लेना हो और जानना चाहें की हमने पांच दिन अजगर और गैंडे की तरह कैसे बिताए तो नीचे दिए यायावर एक ट्रेवलर ब्लॉग के लिंक पर जाएँ: http://www.yayavarektraveler.com/2019/06/lake-city-nainital/ |
7 सितम्बर – 13
सितम्बर मित्र मुरली कृष्णा के साथहिल स्टेशन | गुवाहाटी – शिलोंग – चेरापूंजी – डाउकी, मेघालय ट्रेन/टैक्सी ट्रिप ट्रेन से तय दूरी –1634 किमी टैक्सी से तय दूरी – 800 किमी | कामाख्या – गुवाहाटी – शिलांग – चेरापूंजी – डाउकी, मेघालय यात्रा प्लान तो सोलो की थी और वो भी बाइक से, पर एक मित्र जुड़ गए और कुछ शुभचिंतकों की सलाह और परिवार की चिंता की वजह से बाइक का प्लान भी त्यागना पड़ा. खैर, यह यात्रा कई मायने में अविस्मर्णीय रहा और बारिस में मेघालय का सौन्दर्य बिल्कुल नवयौवना की तरह तरोताजा और खिला-खिला मिला. मेरी पूर्वोत्तर यात्रा : मेरे सपनों का प्रदेश मेघालय, यायावर एक ट्रेवलर ब्लॉग पर आ रहे हैं. आप भी देखें: http://www.yayavarektraveler.com/2019/10/my-meghalaya-visit/ |
8 अक्टूबर – 9 अक्टूबर पारिवारिक यात्रा धार्मिक यात्रा | जमालपुर और मुंगेर दुर्गा पूजा ट्रेन ट्रिप ट्रेन से तय दूरी – 110 किमी टैक्सी से तय दूरी – 20 किमी | दुर्गा पूजा पर नानाजी के बुलावे के बाद बच्चे उतावले और अधीर हो उठे, दो दिनों की दुर्गा पूजा में जमालपुर और मुंगेर की दुर्गा पूजा देखने का प्लान बना. जमालपुर के पंडालों की रौनक आप भी देख लें: http://www.yayavarektraveler.com/2019/10/durga-puja-jmp/ |
22 अक्टूबर सोलो | इण्डिया गेट, दिल्ली ट्रेन ट्रिप ट्रेन से तय दूरी – 2480 किमी टैक्सी से तय दूरी – 10 किमी | एक दिन की दिल्ली यात्रा पर मौका मिला तीन घंटे का तो चल पड़े इण्डिया गेट पर लगे सरस मेल का आनंद लेने. मेला इतने बड़े क्षेत्र में था कि इण्डिया गेट पर सुकून के दो पल भी न बिता पाया और वापसी का समय हो गया. |
14 नवम्बर पारिवारिक लोकल यात्रा | महर्षि महीं आश्रम, कुप्पा घाट, भागलपुर लोकल ट्रिप शेयर्ड टैक्सी से तय दूरी – 20 किमी | महर्षि मेंही संतमत के संस्थापक हैं जो एक अध्यात्मिक संस्था है. संतमत का प्रभाव बिहार के साथ उत्तर प्रदेश और पंजाब में खुब रहा महर्षि मेंही दास जी के समय. आज यह आश्रम भागलपुर की एकमात्र जगह है जहाँ लोग घुमने-फिरने के लिए जाते हैं और गंगा किनारे बसे इस आश्रम की सुन्दरता को निहारते हैं. इसके आलावा भागलपुर शहर में कुछ देखने लायक नहीं दिखा मुझे. |
15 दिसंबर घुमक्कड़ मिलन | घुमक्कड़ मिलन मंदार पर्वत, बांका, बिहार ट्रेन/बस ट्रिप ट्रेन से तय दूरी – 60 किमी टैक्सी से तय दूरी –70 किमी | आभासी दुनिया के घुमक्कड़ मित्र, पटना के बिरेन्द्र भाई के पहल पर मात्र दो दिनों में यह तूफानी मिलन का प्लान फलीभूत हुआ. यह मिलन मंदार हिल/पर्वत पर अन्य दो आभासी दुनिया के घुमक्कड़ मित्रों के साथ समपन्न हुआ. यही पर सभी मित्रों का नामांकन संस्कार भी हुआ. बिरेन्द्र भाई को पाटलिपुत्र नरेश, अभिषेक पाण्डेय जी को बक्सर नरेश, धर्मवीर पाण्डेय जी को सोनपुर नरेश का दर्जा दिया गया. |
29 दिसंबर – 30 दिसंबर घुमक्कड़ मिलन | घुमक्कड़ मिलन पटना – वैशाली – मनेर, बिहार ट्रेन/बाइक ट्रिप ट्रेन से तय दूरी – 442 किमी बाइक से तय दूरी – 140 किमी | भागलपुर में घुमक्कड़ मिलन हुए एक पखवाडा भी न बीता था कि फिर से प्लान बन पड़ा एक मिलन का. जाना था वाल्मीकि नगर के जंगल पर पहुँच गए वैशाली. इसी क्रम में पटना के हांड़ी साहब गुरुद्वारा और मनेर भी जाना हुआ. दीघा के गंगा के दियरा की भी सैर की गई. मतलब बेपरवाह-लापरवाह होकर जिधर मन किया निकल लिए. |
ट्रेन यात्रा कुल दूरी – 9467 किमी सड़क यात्रा कुल दूरी – 1732 किमी (बाइक यात्रा शामिल) कुल बाइक यात्रा – 140 किमी टमटम/तांगे से तय दुरी – 4 किमी |
You have had a great travel year! All the best for 2020!
Thank You Renuka,
Many plans failed but still was a memorable year.