विक्रमशिला विश्विद्यालय – Vikramshila University- The Forgotten University In Bhagalpur

भागलपुर का परिचय सिल्क सिटी के नाम से जाना जाने वाला भागलपुर, बिहार के बड़े शहरों में से एक प्राचीन शहर है, जो महाभारतकालीन सूतपुत्र कर्ण की नगरी यानि अंग प्रदेश थी | भागलपुर पटना से लगभग 225 किलोमीटर और कोलकता से 475  की दुरी पर रेलवे की लूप लाइन रेलखंड पर स्थित है | […]

दार्जलिंग और सिक्किम यात्रा – भाग 5

छंगू झील (Tsomgo Lake) और बाबा हरभजन सिंह मन्दिर  दिनांक 31.05.2018   सुबह उठकर हमलोग जल्दी-जल्दी नित्य-क्रिया से निवृत होकर छंगू झील (Tsomgo Lake) और बाबा हरभजन सिंह मन्दिर जाने की तैयारी में लग गए | श्रीमतिजी और उनकी बहनजी का सबसे ज्यादा समय बच्चों के मनौव्वल में ही लग रहा था | कोई बिस्तर […]

सिक्किम कैसे पहुँचे (How to reach Gangtok, Sikkim)

सिक्किम: मन मोहते बर्फीले पर्वत सिक्किम भारत के सुन्दरतम जगहों में से एक माना जाता है ।अगर आप अपने जीवनकाल में यहाँ नहीं गए तो आपने कुछ खोया है, इसलिए पृथ्वी से पलायन के पहले एक बार सिक्किम जरूर हो आएं । देश के पूर्वोत्तर भाग में स्थित सिक्किम दक्षिण में पश्चिम बंगाल से घिरा हुआ है […]

दार्जिलिंग और सिक्किम यात्रा – भाग 4

दार्जिलिंग से सिक्किम की यात्रा दिनांक 30.05.2018 आपलोग मेरी सुबह की सैर दार्जिलिंग हेरिटेज वाक तक साथ थे तो चलिये आगे चलें | आज यात्रा का तीसरा दिन है । हमने गंगटोक के लिये गाड़ी 4200 रूपये में होटल से ही आरक्षित करवा रखा था, पर मुझे कल ऐसा लगा कि कहीं होटल वाले हमसे गाड़ी के लिये […]

दार्जीलिंग कैसे पहुँचे ? (How to reach Darjeeling ?)

‘दार्जीलिंग’ शब्द तिब्बती भाषा के दो शब्द ‘दोर्जे‘ और ‘लिंग‘ से मिलकर बना है. ‘दोर्जे‘ का अर्थ होता है ‘ओला‘ या ‘उपल‘ और ‘लिंग‘ का अर्थ होता है ‘स्थान‘| इस तरह दार्जीलिंग का शाब्दिक अर्थ हुआ ‘उपलवृष्टि वाली जगह‘ | अंग्रेजो ने इस हिल स्‍टेशन को अपने मौज-मस्ती और सैरगाह के तौर पर विकसित किया […]

दार्जिलिंग और सिक्किम यात्रा – भाग 3

दार्जिलिंग हेरिटेज वॉक दिनांक 30.05.2018   आज यात्रा का तीसरा दिन है । मैं सुबह 6-7 बजे तक दार्जिलिंग से गंगटोक निकल जाना चाहता था, ताकि वहां पहुंचकर दिन में आसपास के स्थलों को देख सकूँ और थोड़ा समय देकर अपने बजट में होटल की खोज कर सकूं । रात हो जाने के बाद आपके […]

दार्जिलिंग और सिक्किम यात्रा – भाग 2

पहाड़ियों की रानी दार्जिलिंग की सैर   सुबह 4 बजे ब्रह्म मुहूर्त में ही उठकर टाइगर हिल को निकल पड़े । बाहर का तापमान 11° डिग्री सेल्सियस था, शायद रात में अच्छी बारिस हुई थी । गाड़ी हमने होटल से ही बुक करवा रखा था । टाइगर हिल दार्जिलिंग आने वाले पर्यटकों और सैलानीयों के […]

दार्जिलिंग और सिक्किम यात्रा – भाग 1

भागलपुर से दार्जिलिंग यात्रा गर्मियों के छुट्टीयों में घूमने जाने का कार्यक्रम बन रहा था | कहाँ जाए कहाँ नहीं घर में बस यही चर्चा चल रही थी | वैसे अभी लंबा समय था , पर हमारे भागलपुर की बात ही निराली है | कहीं भी जाना हो अगर तीन-चार माह पूर्व में ट्रेनों में […]

यायावर एक ट्रेवलर – Yayavar Ek Traveler

चलते रहते हैं कि चलना है मुसाफिर का नसीब, सोचते रहते हैं किस राह गुज़र के हम हैं.   लिखना मेरे पुरानी बीमारी थी, जो परिस्तिथियों की बलि चढ़ धीरे-धीरे कम होती गई. जिसपर पिताश्री के स्वर्गवासी होने के बाद पूर्णविराम लग गया. मैंने 2008 के बाद शायद ही कुछ ढंग का लिखा हो. दुसरी असाध्य रोग […]